महाकाल मंदिर में नए साल की तैयारी शुरू, ऑफलाइन मिलेगी भस्मारती दर्शन की अनुमति

उज्जैन। Mahakal Temple धर्मधानी उज्जयिनी धार्मिक पर्यटन नगरी के रूप में विश्व विख्यात हो रही है। यहां के धर्मस्थल, शिप्रा का सुरम्य तट तथा शहर की शांति सैलानियों के मन भा रही है। हर साल बड़ी संख्या में लोग नए साल में देव दर्शन व सैर सपाटे के लिए उज्जैन आते हैं। इस बार भी बड़ी संख्या में लोगों के शहर आने का अनुमान है। शहर की होटलों में बुकिंग शुरू हो गई है। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में समिति ने तैयारी शुरू कर दी है। प्रशासक सुजानसिंह रावत ने बताया 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक मंदिर में दर्शनार्थियों की संख्या अधिक रहती है। इन दिनों में देश विदेश से हजारों भक्त देव दर्शन के लिए उज्जैन आते हैं।


31 दिसबंर व 1 जनवारी को भक्तों की संख्या सर्वाधिक होती है। देश विदेश से आने वाले भक्तों को भगवान महाकाल की भस्मारती के दर्शन करने के इच्छुक रहते हैं। व्यवस्था की दृष्टि से दो दिन भक्तों को मंदिर के काउंटर से ऑफलाइन अनुमति दी जाएगी। भक्तों को सुगम दर्शन का प्लान तैयार किया जा रहा है। कर्मचारियों के साप्ताहिक अवकाश पर भी रोक रहेगी। देश विदेश से आने वाले भक्तों को नए साल के पहले दिन लड्डू बाफले के रूप में मालवी भोजन परोसा जाएगा।


हरसिद्धि में दीपमालिका जलेगी, फरवरी तक बुकिंग फुल


नए साल के पहले दिन 1 जनवरी को शक्तिपीठ हरसिद्धि में दीमालिका प्रज्ज्वलित की जाएगी। प्रबंधक अवधेश जोशी ने बताया राजस्थान के भक्त ने दीपमालिका की बुकिंग कराई है। देशभर के श्रद्धालु शक्तिपीठ में दीपमालिका प्रज्जवलित कराने की इच्छा रखते हैं। इस बार अभी से ही फरवरी 2020 तक की बुकिंग फुल हो गई है।